जी तो करता है मेरे सामने तुम बैठी रहो,
अपनी इन दर्द भरी आँखों से मुझे देखती रहो !
मैं खुद डूब जाऊँ तेरी इन निगाहों में,
और तुम खामोशी से मुझमे खोयी रहो !
ये उदासी तेरी सूरत पे बहुत सजती है,
चाहता हूँ कि तुम यूँ ही जरा प्यासी रहो !
तेरे नूर से मेरे दिल में शमा जलती रहे,
और तुम सामने बैठी रहो, बस बैठी रहो !
Ji To Karta Hai Mere Saamne Tum Baithi Raho,
Apni In Dard Bhari Aankhon Se Mujhe Dekhti Raho !
Mai Khud Doob Jaaun Teri In Nigahon Me,
Aur Tum Khamoshi Se Mujhme Khoyi Raho !
Ye Udasi Teri Surat Pe Bahut SajTi Hai,
Chahta Hun Ki Tum Yun Hi Jara Pyasi Raho !
Tere Noor Se Mere Dil Me Shama Jalti Rahe,
Aur Tum Samne Baithi Raho, Bas Baithi Raho !
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