बेवजह छोड़ दिया उसने बेईँतहा दर्द के साथ !
===============================
देख ली तेरी ईमानदारी ऐ दिल,
तू मेरा और फिक्र किसी और की…!! 😢😢
===============================
*सौ दर्द,, हैं तेरी मुहब्बत ,,
में….. बस , एक , राहत ,,
हो तुम ,,
नफरतें ,, बहुत हैं जहाँ ,,
में …… बस , एक , चाहत ,,
हो तुम ,, सिर्फ तुम ,,….!!
===============================
उस दिल की बस्ती में आज अजीब सा सन्नाटा हैं,
“जिसमें कभी तेरी हर बात पर महफ़िल सज़ा करती थी.”.!!
===============================
मेरी बर्बादी पर मुस्कुरा के वो कहने लगे ,
आप ’से किसने कहा था दिल लगाने के लिए …!!!
Post a Comment