☺बचपन की यादें
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☺.एक दौर हुआ करता था
,हमारे भी हुनर काजब झाड़ू की सींक सेधनुष बना दिया करते थे।
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तैयार होने के बाद राजा बाबू वाली फीलिंगतो तभी आती थी
जबमाँ नहला धुला पाउडर लगाने के बाद,
ठुड्डी पकड़ के साइड से मांग निकाल के बालबनाती थी..... !!
!•#बचपनमें सब लोग पूछा करते थे कि बड़े होकर क्या बनना है?
अब जाकर जवाब मिला....
"फिर से बच्चा बनना है..!!"😊
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☺.एक दौर हुआ करता था
,हमारे भी हुनर काजब झाड़ू की सींक सेधनुष बना दिया करते थे।
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तैयार होने के बाद राजा बाबू वाली फीलिंगतो तभी आती थी
जबमाँ नहला धुला पाउडर लगाने के बाद,
ठुड्डी पकड़ के साइड से मांग निकाल के बालबनाती थी..... !!
!•#बचपनमें सब लोग पूछा करते थे कि बड़े होकर क्या बनना है?
अब जाकर जवाब मिला....
"फिर से बच्चा बनना है..!!"😊

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